जोयगसम वा योगयसम गाम के नाम कोना परल जे कि आजुक दिन में जमसम वा यमसम गाम कहबैत अछि ??
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हमरा जानकारी अनुसार ........
आदि काल में मिथिला के पंडित, बुधजिवी लोकेन सब कहैक मतलब योगलोकेन सब सम्पूर्ण मिथिला में आयोजित कोनो प्रयोजन वा यग संस्कार में भेट घाट होयत छल्ला !एक बेर ओहि लोकेन के बिचार भेल जे कियाक ने हम सब लोकेन के एक टा एहेन गाम के निर्माण करेक चाहि जेहि में सम्पूर्ण मिथिला के बुधजिवी लोकेन योगलोकेन,समाहित हो जाई सॅ नित प्रतिदिन भेट -घाट होयत !
फेर चारु कोण देखें ला के बाद अहि अस्थान के चुनाब भेल जाहि में कोनो प्रकृति आपदाआगि -पानी (बाढ़ ) के डर नहीं होय........जकर धरातल पूर्ण रूप स अभिमंत्रित होय....!
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हमरा जानकारी अनुसार ........
आदि काल में मिथिला के पंडित, बुधजिवी लोकेन सब कहैक मतलब योगलोकेन सब सम्पूर्ण मिथिला में आयोजित कोनो प्रयोजन वा यग संस्कार में भेट घाट होयत छल्ला !एक बेर ओहि लोकेन के बिचार भेल जे कियाक ने हम सब लोकेन के एक टा एहेन गाम के निर्माण करेक चाहि जेहि में सम्पूर्ण मिथिला के बुधजिवी लोकेन योगलोकेन,समाहित हो जाई सॅ नित प्रतिदिन भेट -घाट होयत !
फेर चारु कोण देखें ला के बाद अहि अस्थान के चुनाब भेल जाहि में कोनो प्रकृति आपदाआगि -पानी (बाढ़ ) के डर नहीं होय........जकर धरातल पूर्ण रूप स अभिमंत्रित होय....!
अहि प्रकार सब यौयग लोकेन अहि गाम में निवास केला ! अहि स इ गाम जोयगसम वा योगयसम जमसम वा यमसम गाम कहबाक प्रथा सुरु भेल ............
एक टा बात आर जे एक टा बात आर जे सम्पूर्ण मिथिला में पंडित प्रयोजन परला पर राजा स प्रजा तक पंडित खोज में जोयगसम वा योगयसम गाम आबेत छल्ला !
कियाक त अहि गाम लोकेन के आजीवका स्तोत्र पाण्डित्य छल !!
कियाक त अहि गाम लोकेन के आजीवका स्तोत्र पाण्डित्य छल !!
जय जमसम वासी -जय मिथिला जय मैथिलि ..............
ज अहु लोकेन के किछ जानकारी होय त जरुर राखी ......
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